किसानों को फसल खराबे की जल्द होगी भरपाई: मनोहरलाल
Crop failure will be compensated soon
नए नियमों के तहत किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
अर्थ प्रकाश/आदेश त्यागी
सोनीपत। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को सोनीपत जिला के गांव झरोठी में आयोजित फसल खराबे से संबंधित किसानों के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि हाल ही मे ओलावृष्टिï से जिन भी गांवों के किसानों की फसल खराब हुई हे उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा और यह मुआवजा वर्तमान में 12 हजार रूपये प्रति एकड़ दिए जा रहे मुआवजे से ज्यादा होगा। आगामी होने वाली कैबिनेट बैठक में इसकी घोषणा कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने गांव झरोठी में किसानों के लिए अनेक घोषणाएं की और कहा कि वे स्वयं एक किसान के बेटे है। पूरा हरियाणा उनके परिवार के समान है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अन्त्योदय की भावना से काम किया जा रहा है। हरियाणा किसानों की धरती है और 70 प्रतिशत खेती यहां की जाती है। किसान जब खुशहाल होता है तो दूकानदार, कर्मचारी, व्यापारी, कारखाना चलाने वाले लोगों को भी फायदा होता है। करोना काल में प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को 16 हजार करोड़ रूपये दिए गए, 2015 में जब बारिश के कारण फसल खराब हुई थी तब किसानों के खाते में डेढ माह में खराबे का पैसा डाल दिया गया। पूर्व की सरकारों में दो, चार व 10 रूपये तक के चैक भी किसानों को दिए गए। उन्होंने प्रदेश में जब सत्ता संभाली तो यह तय किया गया कि 500 रूपये से कम किसी भी किसान का चैक नहीं बनेगा। पूर्व की सरकारों में फसल खराबे के मुआवजे के प्रति एकड़ 5700 रूपये दिए जाते थे। बाद में 7500 किए गए। सरकार बनने पर उनकी सरकार ने 12 हजार रूपये प्रति एकड़ का मुआवजा किया गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के दर्द को समझते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि दो एकड़ से कम जमीन में बुआई करने वाले किसानों की फसल का प्रीमियम प्रदेश सरकार वहन करेगी। दो से पांच एकड तक की बुआई करने वाले किसानों की जमीन की फसल बीमा किश्त आधी प्रदेश सरकार देगी तथा पांच एकड़ से अधिक बुआई करने वाले किसानों से उन्होंने अपील की कि वे अपना प्रीमियम स्वयं भरे। क्योंकि वे सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यह मुआवजा जमीन खेती करने वाले व्यक्ति को दिया जाएगा क्योंकि कई बार किसान दूसरों की जमीन लेकर उस पर खेती करते है, इसलिए ही यह व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर फसल की बुआई के 15 दिन या एक माह के अन्दर स्थानीय सीएससी पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और वहां पर जाकर जिस खसरे और नम्बर की जमीन वह खेती कर रहा है उसको चढवाना होगा। उसके बाद ही वह किसाना इस योजना का हकदार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2015 में लोगों की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही निपटान करने के लिए सीएम विंडों की व्यवस्था की गई है। अब तक सीएम विंडों पर साढे 09 लाख शिकायतें आ चुकी है जिनमें से साढ़े आठ लाख समस्याओं का समाधान किया जा चुका है। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए 137 छोटे और 40 सीनियर सेकेंडरी माडल संस्कृति स्कूल खोले गए है। यहीं कारण रहा कि सरकारी स्कूलों में पिछली बार की बदौलत ढाई लाख बच्चें अबकी बार बढे है। अध्यापकों पर पढाने के लिए विशेष बल दिया गया है। और इसके लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की गई है। वर्तमान की सरकार में नौकरियां मेरिट पर दी जा रही है और यहीं कारण है कि सामान्य घरों के बच्चे अच्छे पदों पर आ रहे है।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि वे गोहाना, जुलाना और खरखौदा हलके के गांवों का फसल खराबें को लेकर हवाई निरीक्षण कर चुके है। इसके बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि खेतों में से मिट्टïी न बठवाएं। प्रदेश सरकार एक ऐसी योजना बना रही है जिसमें प्रदेश की एक लाख एकड़ ऐसी जमीन की मरम्मत की जाएगी जहां से मिट्टïी उठवाई जा चुकी और जहां पर पानी भराव की समस्या स्थिति को खराब कर रही है। इस बारे में शीघ्र ही योजना बनाकर इसे लागू किया जाएगा। इस अवसर पर सांसद रमेश कौशिक, राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली, गन्नौर से विधायक निर्मल चौधरी ने भी जनसभा को संबोधित किया और मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री कविता जैन, मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, मुख्यमंत्री के मीडिया कॉडिनेटर रणदीप घनघस, जननायक जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक पदम दहिया, भाजपा नेता योगेश पाल अरोड़ा, अनिल झरोठी, रविन्द्र दिलावर, सोनिया अग्रवाल, मनिन्द्र सन्नी, उपायुक्त ललित सिवाच, पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
गांव के विकास को लेकर आ रही समस्याओं के निदान के लिए बनेगा पोर्टल
किसी भी गांव में उसके विकास को लेकर अब ग्राम दर्शन पोर्टल पर गांव वालों की तरफ से सामुहिक सहमति पत्र अपलोड करना होगा और उस पर अपलोड होने के बाद उस विकास कार्य को संबंधित पंचायत समिति, जिला प्रशासन या प्रदेश सरकार द्वारा करवाया जाएगा। यही नहीं अगर वह विकास कार्य करवाने का काम केन्द्र सरकार से संबंधित होगा तो उस बारे केन्द्र सरकार के साथ पत्र व्यवहार कर उन समस्यों का निदान करवाया जाएगा। उन्होंने खरखौदा खंड के लगभग 18 गांवों से संबंधित मांग पत्र पर बोलते हुए कहा कि प्रत्येक गांव के दो-दो रेवेन्यू रास्ते पक्के करवाए जाएंगे। गली स्टेडियम व्यायामशाला पीने के पानी इत्यादि से संबंधित उन्होंने करीब 30 करोड रूपये के विकास कार्यों को पूरा करवाने की घोषणा की और कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि उन्होंने इतनी बडी धनराशि की घोषणा किसी एक गांव में की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फसल खराबे के कारण जमीन पर खड़े पानी की निकासी के लिए 54 गांवों में 133 पम्प लगाए गए है। यहीं नहीं जो किसान अपने ट्रैक्टर से पानी निकालेगा उसे डीजल फ्री दिया जाएगा। उन्होंने भैयादूज त्योहार के मौके पर गांव झरोठी की महिलाओं को 50 हजार रूपये शगून के तौर पर देने की घोषणा भी की। इस मौके पर कार्यक्रम में किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को किसानी का प्रतीक हल और पगड़ी भेंट की वहीं महिलाओं ने मुख्यमंत्री को चरखा भी भेंट किया।